आत्म बोध और तत्व बोध की साधना ही विद्यार्थी जीवन की सफलता की सीढ़ी हैं - विश्व विद्यालय की छात्राएं देव संस्कृति विश्व विद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार की छात्राओं द्वारा निरंतर स्कूल, कालेज में व्यक्तित्व विकास आयोजन
देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में देव संस्कृति विश्व विद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार की छात्राएं पूरे भारत में परिव्रज्या पर निकली है, इसी क्रम में देवास में भी पूरे जिले का मंथन करने के उद्देश्य से शहर के कई स्कूलों में इनका आयोजन किया जा रहा हैं, इसी कड़ी में होली हायर सेकंडरी स्कूल और क्षिप्रा के डिवाइन कल्चर एकेडमी में ये आयोजन संपन्न हुआ ।
गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि देव संस्कृति विश्व विद्यालय की छात्रा जागृतिमयी दाश, अवंतिका पांडे, सत्यांजलि सिंह सोशल इन्टर्नशिप पर आई हैं एवं पत्रकारिता एवं जनसंचार मे स्नातक कर रही हैं ।
व्यक्तित्व विकास आयोजन में देव संस्कृति विश्व विद्यालय की छात्राओं ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की जीवन जीने की कला के अंतर्गत हमें सदैव विद्यार्थी जीवन में अपने दिनभर के दिनचर्या पर आत्म बोध और तत्व बोध की साधना जरूरी है अपने किये गए कार्यों की समीक्षा ही हमारी सफलता की सीढ़ी है ।
व्यक्तित्व विकास के लिए हर किसी के जीवन में एक रोल माडल व्यक्तित्व अनिवार्य है जिनके अनुसार हमारे क्रियाकलाप बनते है साथ ही योग से निरोग होने की विधाये भी बताई गई । आयोजन में युवा प्रकोष्ठ संयोजक प्रमोद निहाले, देवकरण कुमावत ने भी सम्बोधित किया ।
कार्यक्रम में डिवाइन कल्चर एकेडमी और होली स्कूल के प्रभारी शिक्षक प्रेमलता चौहान, ऋतु श्रीवास्तव, रेखा बैरागी, विकास गिरी गोश्वामी, आशीष वर्मा मीना जैन, नीता त्रिवेदी, ऋतु शर्मा, पुष्पा यादव, प्रिया पांडे सहित शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे ।
स्कूल संचालक पूनम शर्मा एवं विकास चौहान ने गायत्री परिवार के इस आयोजन के प्रति आभार माना एवं निरंतर इस प्रकार के आयोजन होने की सराहना की।